इंदौर की शाम सराफा के नाम

 इंदौर की शाम सराफा के नाम 

इंदौर की शाम सराफा के नाम


भारत देश का हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश है ये तो हम सब जानते ही है ,पर क्या आप जानते है हमारे मध्य प्रदेश का ह्रदय नगर कौन सा है तो मेरे दिल से एक ही आवाज निकलेगी और वो है मध्य प्रदेश का दिल इंदौर। जी हाँ इंदौर जिसे मिनी मुंबई भी कहा जाता हैं। देखा जाये तो हमारे भारत देश में अलग -अलग संप्रदाय के लोग रहते है जो की भिन्न -भिन्न राज्यों से जुड़े हुए हैं। और उनका अपना एक खाने का अंदाज होता है। हर राज्य में अपना एक खाने का व्यंजन मशहूर होता है। और हमारे यहाँ के लोग बातों के साथ-साथ खाने के भी चटोरे होते है। जैसा की हम जानते है की इंदौर तीसरी बार देश का नंबर-१ शहर हुआ वैसे इस शहर की खास बात ये है की खाने में भी नंबर-१ है तो आइये जानते है हम इंदौर शहर की कुछ रोचक बातें।

इंदौर की शाम सराफा के नाम
 इंदौर का खाने से बहुत ही गहरा और पुराना रिश्ता है। यहाँ के लोग स्ट्रीट फूड काफी पसंद करते हैं ,यहाँ की विभिन्न रसोई घरों से बनने वाला खाना यहाँ के सराफा बाजार में आकर मिलता हैं। इस मार्केट में खाने का स्वाद तब बढ़ जाता है जब बाजार बंद हो जाता है। अब आप सोच रहे होंगे की कैसे तो जनाब नीचे पढ़िए ना। 

मध्य प्रदेश का फूड केपिटल इंदौर:



सराफा बाजार की भीड़ भाड़ के चलते यहां रात में दुकाने खोली गयी जिससे धीरे-धीरे यह सराफा बाजार लोगो के बीच विख्यात हो गया।जब पूरा शहर सोता है तो यह जगह जागती है..यहां रात के अँधेरे में करीबन हर रोज 3000 से भी ज्यादा लोग खाना खाने पहुंचते हैं जिनमे शहरी पर्यटक के
 साथ साथ विदेशी भी शमिल होते हैं।


इंदौर की शाम सराफा के नाम

खाने के शौकीनों का स्वर्ग : जो लोग खाने के शौकीन है उनके लिए तो सराफा किसी स्वर्ग से काम नही है तो आप अब समझ गए होंगे की है ना ये चटोरे लोगो की जन्नत। जहाँ से गुजरते ही वहाँ की खुशबू की ओर खींचे चले जाने पर आदमी मजबूर हो जाता है। सरफा बाजार में लगभग 50 अलग-अलग व्यंजन पाए जाते हैं। यहां आप इन्दौरी खाने का भी स्वाद ले सकते हैं..इस मार्केट में मिलने वाली पोहा जलेबी यहां की सिग्नेचर डिश है जोकि महाराष्ट्रीयन और अरबी शैली से बनती है। इस जलेबी को हल्के कुरकुरे मसाले के साथ परोसा जाता है।

इंदौर की शाम सराफा के नाम
व्यंजनों से बेकाबू होती नजरें : कही देखे गुलाब जामुन कही रसगुल्ला तो कही रस मलाई की कही देखो गरमा गरम समोसे, कचोरी, पाव भाजी, हॉट डॉग तो कही कटोरी चाट और कही बारह अलग -अलग फ्लेवर वाली पानी पूरी या आप कहो पानी पताशे जी बात तो एक ही है। ये तो मुझे व्यंजनों के नाम याद नहीं आ रहे वरना आप ही सोचिये ५० तरह के व्यंजनों में क्या -क्या शामिल होगा और यहाँ के मशहूर पोहे जलेबी की बात करुँ जी तो यहाँ के लोगो का सुबह से लेकर रात तक हर दुकानों पर जमघट होता है अब आप सोच रहे होंगे की कैसे होंगे इंदौर के पोहे जलेबी तो आइये कभी इंदौर और स्वाद चखिए यहाँ का.... 

बिना उपवास खाइये साबूदाना खिचड़ी : यहाँ की साबूदाना की खिचड़ी की बात करे तो यकीन मानिये आप अगर इंदौर आ गए तो कहोगे की यही बस जाये... जी जनाब सच कह रही हूँ। वैसे हर जगह के लोग आमतौर पर उपवास व्रत में साबूदाना खिचड़ी खाते है पर इंदौर में ऐसा नहीं है यहाँ की खिचड़ी इतनी लजीज होती है की हर दिन लोगो की भीड़ उमड़ जाती है ठेले पर कभी भी किसी भी वक्त मिलेगी आपको।

इंदौर की शाम सराफा के नाम

तो आइये हमारे सपनो के शहर इंदौर और लुफ्त उठाइये अलग -अलग मन पसंद व्यंजनों का। और देखिये हमारे इंदौर की शान सराफा बाजार। 



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